सोमवार, 20 अप्रैल 2015

454 . करने को नाम

४५४ 
करने को नाम 
बहुत किया काम 
शरीर पुष्ट करने को 
खूब खाया मलीदा 
किया बहुत आराम 
कुछ अपनों के लिए 
कुछ गैरों के लिए 
क्या - क्या न किया 
खुद के लिए भी 
पर हाय रे किस्मत 
सोयी रही मेरी आत्मा !

सुधीर कुमार ' सवेरा '

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