शनिवार, 11 अप्रैल 2015

438 . पैदा लिए वृथा क्या ?

४३८ 
पैदा लिए वृथा क्या ?
सोया खोया खूब पढ़े - बढे 
लड़े झगड़े कटे मरे अपनों में 
मानव का इतिहास हाय यही बन गया क्या ?
एक औषधि लिया 
संतोष पाया सह लिया 
कम नहीं जो इतना किया 
कष्ट में विपत्ति में 
धैर्य रख हँसता रहा 
तभी तो गौरव इतना पाया !

सुधीर कुमार ' सवेरा '

कोई टिप्पणी नहीं: