शनिवार, 10 मार्च 2012

46 . हर के पास जज्बात है पर बात कहाँ है ?


46-

 हर के पास जज्बात है पर बात कहाँ है ?
हर के पास अभिमान है पर मान कहाँ है ?
हर के पास बुरत्व  है पर गुरत्व कहाँ  है
हर और असत्य है सत्य कहाँ है ?
हर और अधर्म है धर्म कहाँ है ?
हर आदमी हैवान है इंसान कहाँ है ?
हर और जफा है वफा कहाँ है ?
हर और अनैतिकता है नैतिकता कहाँ है ?
हर और झूठ , फरेब है , त्याग और बलिदान कहाँ है ?
हर और इर्शिया - द्वेष है प्रेम कहाँ है ?
हर और नास्तिकता है आस्तिकता कहाँ है ?
हर और मिलावट है वास्तविकता कहाँ है ?
   हर और अब बेईमानी है ईमान कहाँ है ?
हर और हिंसा के पुजारी हैं अहिंसा अब कहाँ है ?
हर और छल - प्रपंच है साफगोई अब कहाँ है ?
 हर और संकुचित विचार है विशाल हृदय कहाँ है ?
हर और जाती , धर्म , भाषा , एवं क्षेत्र की साम्प्रदाइकता 
इन सबों से ऊपर राष्ट्रवादिता कहाँ है ?
हर और स्वार्थ ही है अब निस्वार्थ कहाँ है ?
देख दृश्य यह ' सवेरा ' का हृदय विदीर्ण हो रहा है 
पर इनका समाधान कहाँ है ?

सुधीर कुमार ' सवेरा '               26-11-1983  

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